Blastocyst Transfer Kya Hai Blastocyst Transfer Benefits

Blastocyst Transfer Kya Hai| Blastocyst Transfer Benefits

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पिछले कुछ समय में, प्रजनन उपचारों में हुई आधुनिक उन्नति के कारण Assisted Reproductive Technology (ART) के क्षेत्र में एक क्रांतिकारी परिवर्तन आया है जिसके चलते निःसंतानता से जूझ रहे बहुत से दम्पत्तियों को एक उम्मीद मिलती है |

IVF यानि In-Vitro Fertilization, सबसे ज़्यादा विश्वसनीय और प्रभावशाली तकनीकों में से है, जिसने बहुत अधिक मात्रा में दम्पत्तियों को माता पिता बन पाने का भरोसा दिलाया है | IVF के अंतर्गत, बहुत सी प्रक्रियाएं होतीं हैं जिसमे से एक है ‘Blastocyst Transfer’ | इसके कारण IVF की प्रजनन प्रक्रिया के सफलता स्तरों में भारी उन्नति हुई है |

आइये अब जानते हैं IVF की इस विशेष प्रक्रिया के बारें में, गुडगाँव में स्थित सबसे अच्छे IVF केंद्र  (Best IVF Centre in Gurgaon) की सहायता से:

Blastocyst Transfer क्या होता है? (What is Blastocyst Transfer?)

Blastocyst Transfer, IVF की एक ऐसी प्रक्रिया है जिसमें एक महिला के गर्भाशय में भ्रूणों का प्रवेश कराया जाता है | ऐसा प्रजनन के 5 से 6 दिन के बाद किया जाता है, जब भ्रूण Blastocysts नामक उच्च श्रेणी में परिवर्तित हो जातें हैं |

ये Blastocysts लगभग 100-200 कोशिकाओं को सम्मलित करतें हैं और दो अलग-अलग भागों से मिलकर बनते हैं:

1.   Inner Cell Mass- जो आखिर में भ्रूण में विकसित होता है |

2.   Trophectoderm- – जो नाल (placenta)  बनाने में मदद करता है |

पारम्परिक तौर पे IVF प्रक्रिया में, भ्रूणों को प्रजनन के दूसरे या तीसरे दिन बाद गर्भाशय में स्थानांतरित किया जाता है | इस पड़ाव में, भ्रूण विकास के शुरुआती स्तर पे होतें हैं |

हालाँकि, Blastocyst के स्थानांतरण (Blastocyst Transfer) के साथ, भ्रूणों को लैब में विकसित होने के लिए एक निर्धारित अवधि तक छोड़ा जाता है, जब तक वह Blastocyst के स्तर तक न पहुंच जाये |

गुडगाँव में स्थित IVF केंद्र (IVF Centre in Gurgaon) के अनुसार, भ्रूण पोषण के लिए बढ़ाया गया समय , भ्रूणवैज्ञनिकों को सबसे बेहतर स्वास्थ्य वाले भ्रूणों को चुनने का मौका देता है | इस प्रक्रिया से प्रसरण और गर्भधारण करने में सफलता मिलने का सम्भावना स्तर बाद जाता है |

Blastocyst Transfer के फायदे (The Benefits of Blastocyst Transfer)

Blastocyst Transfer से जुड़े कुछ निम्नलिखित फायदों को जानतें हैं : 

गर्भधारण की सम्भावना में वृद्धि (Higher Pregnancy Rates): शुरुआती चरण के भ्रूण स्थानांतरण की तुलना में, Blastocyst Transfer से गर्भधारण के स्तर में ज़्यादा उन्नति होती है | एक बेहतर रूप से विकसित Blastocyst के उपयोग से, Implantation की संभावना में वृद्धि होती है, जिससे गर्भाधान की संभावनाएं भी सुधरती है |

एक से अधिक गर्भाधान के जोखिम को कम करना (Decreasing the Risk of Multiple Pregnancies): Lab में भ्रूणों को अधिक विकसित होने देने से, स्थानांतरित किये जाने वाले भ्रूणों की संख्या को कम किया जा सकता है, साथ ही एक सफल गर्भधारण की सांभावना बनी रहती है | इससे एकाधिक गर्भावस्था के जोखिम को भी कम किया जा सकता है, जो माँ और शिशु दोनों के स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है |

बेहतर भ्रूण चयन (Improved Embryo Selection): एक लम्बे समय तक भ्रूणों को Lab में विकसित होने देने से, भ्रूणवैज्ञनिकों को भ्रूणों की जीवांशता और गुणवत्ता का उचित नज़रिया  मिलता है | इससे उन्हें सबसे स्वस्थ भ्रूण के चयन में सहायता मिलती है, जिसमें सफलता की सभावना अधिक होती है, और भ्रूणों में क्रोमोसोमल विकृतियों के नियमित उपस्थित होने की संभावना भी कम हो जाती है |

निष्कर्ष

Blastocyst का स्थानांतरण, एक सराहनीय प्रगति है IVF उपचार की प्रक्रिया में, इससे प्रजनन समस्या से जुंझ रहे दंपत्ति को माता-पिता बनने की एक आशा और गर्भाधान में सफल होने का का भरोसा मिलता है |

IVF उपचार का चयन करने से पहले, गुडगाँव में IVF प्रक्रिया में होने वाले खर्च (IVF Cost in Delhi/NCR) को जानना बहुत आवश्यक है | याद रखिये, एक किफायती इलाज आपके लिए फायदेमंद ज़रूर हो सकता है लेकिन, इलाज की गुणवत्ता को परखना भी उतना ही ज़रूरी है |

बेहतर विशेषज्ञों और आधुनिक सुविधाओं के साथ,आपका माता-पिता बनने का सपना सच हो सकता है | 

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