टेस्ट ट्यूब बेबी का खर्च कितना आता है
टेस्ट ट्यूब बेबी का खर्च कितना आता है? टेस्ट ट्यूब बेबी या फिर आईवीएफ इलाज दोनों एक ही प्रक्रिया का हिस्सा हैं। निसंतानताः से जुझ रहे कपल्स के लिए आईवीएफ उपचार किसी वरदान से कम नहीं है, और सिर्फ कपल्स ही नहीं, बल्कि सिंगल महिलाएं जो मां बनना चाहती हैं या फिर वो कपल्स जो एलजीबीटीक्यू समाज से आते हैं। बढ़ते समय के साथ आईवीएफ मांग लोगों के बीच में बढ़ती गई है, और इलाज के माध्यम से संतानप्राप्ती अब धीरे-धीरे आम होते जा रही है। अगर आप भी इनफर्टिलिटी की समस्या से जुझ रहे हैं तो आप दिल्ली के सर्वश्रेष्ठ आईवीएफ केंद्र (Best IVF Centre in Delhi) में इसका इलाज करवा सकते हैं।
हालांकि, एक सच यह भी है कि भारत में आईवीएफ को लेकर लोगों में एक शंका है कि टेस्ट ट्यूब बेबी का इलाज महंगा होता है। क्योंकि अक्सर हमने लोगों को यह पूछते हुए सुना है कि टेस्ट ट्यूब बेबी की कीमत कितना आता है? पूछने के बजाय कि आईवीएफ उपचार क्या है? आईवीएफ इलाज में उतना ही खर्च होता है जितना आपको कुछ चुनिंदा बीमारीयों में खर्च करना पड़ता है। अगर आप ऐसा सोचते हैं कि आईवीएफ एक महंगा इलाज है तो आप अफवाहों के शिकार हो गए हैं। अफवाहों का पीछा करके गलतफहमी ही हाथ आती है।
डिजिटलाइजेशन के इस जमाने में आप खुद भी घर बैठे कई आईवीएफ क्लिनिक और अस्पतालों में लगने वाले लागत के बारे में जान सकते हैं। इंटरनेट पर मौजूद लगभग सभी आईवीएफ केंद्रों ने अपनी वेबसाइट पर इलाज की लागत को उल्लेखित कर रखा है। आप बेबी जॉय आईवीएफ सेंटर(बैकलिंक) के पेज पर जाकर भी लागत के बारे में जान सकते हैं। आईवीएफ इलाज एक प्रक्रिया के तहत की जाती है जिसमें आपको चरण-दर-चरण खर्च करना होता है, और दिल्ली में आईवीएफ लागत (IVF Cost in Delhi) आपके लिए उचित रहेगा क्योंकि अभी इलाज करवाने पर बेबी जॉय आईवीएफ सेंटर में ऑफर भी उपलब्ध है।
टेस्ट ट्यूब बेबी में खर्च कितना आता है?(How much does a test tube baby cost?)
आईवीएफ इलाज लागत को समझने के लिए आपको टेस्ट ट्यूब बेबी या फिर आईवीएफ प्रक्रिया को समझना होगा। टेस्ट ट्यूब बेबी ट्रीटमेंट में कई तरह के विकल्पों को आजमाया जाता है। अगर एक सामान्य कपल हैं उनको आईवीएफ की पहली और सबसे आम प्रक्रिया का उपयोग होता, जिसमें लैब में भ्रूण को तैयार किया जाता है और गर्भाश्य में स्थानांतरित कर देते हैं।
अगर कोई सिंगल महिला मां बनना चाहती हैं तो उनके लिए भी आईवीएफ की इसी प्रक्रिया के साथ जायेंगे, लेकिन इसमें स्पर्म डोनर की जरूरत पड़ती है। और इससे इलाज की लागत में अंतर आता है।
बात करें एक व्यक्तिगत जगह दिल्ली-एनसीआर की तो, इस शहर में 100 से भी ज्यादा आईवीएफ सेंटर मौजूद हैं। और हरेक आईवीएफ सेंटर में आपको एक ही तरह की सेवाएं मिलेगी लेकिन इन सभी आईवीएफ केंद्रों को अलग बनाता है टेस्ट ट्यूब बेबी इलाज की लागत और सफलता दर। बात करें बेबी जॉय आईवीएफ सेंटर की तो आईवीएफ लागत 68000/-रुपये से शुरू होती है, और आपको यहां इलाज करवाने पर ऑफर भी मिलेगा।
एक बात जो आपके लिए अहम है कि लागत के साथ-साथ आपको आईवीएफ केंद्रों के टेस्ट ट्यूब बेबी मामले में सफलता दर क्या है। एक बात आप समझ गए कि टेस्ट ट्यूब बेबी का खर्च कितना होता है या हो सकता है लेकिन किसी केंद्र को चुनने से पहले सफलता दर को जानने की कोशिश करें। ऐसा कहना कि आईवीएफ बहुत महंगा होता है, यह एक अफवाह के अलावा कुछ और नहीं हैं। अधुरी जानकारी आपको कई तरह की सेवाओं से वंचित कर देता है, इसलिए जरूरी हो जाता है कि आप सच को जानें।
टेस्ट ट्यूब बेबी ट्रीटमेंट का पहला हिस्सा(First Part of Test Tube Baby Treatment)
जब आप अस्पताल में इलाज शुरु करवाते हैं तो एक कपल्स के तौर पर सबसे पहले कई तरह के परीक्षण से होकर गुजरना पड़ता है। इसके अलावा कंसल्टेशन फीस, हॉस्पिटल का खर्चा और जांच का खर्चा और फीस का पहला हिस्सा शुरू हो जाता है। टेस्ट ट्यूब बेबी ट्रीटमेंट में समय लगता है, और आप जितने बार अस्पताल आना-जाना करेंगे, कुछ-न-कुछ खर्च होगा और साथ में आपका इलाज में चलता रहेगा।
सामूहिक रूप से बताया जाए तो जब आप पहली बार अस्पताल जाते हैं तो आपके शुरूआती फीस में शामिल होता है, कंसल्टेशन, इनफर्टिलिटी की वजह जानने के लिए पति-पत्नी दोनों के टेस्ट, सोनोग्राफी (अल्ट्रासाउंड), ओटी, एम्ब्रियोलॉजिस्ट और गाइनेकॉलोजिस्ट, आईवीएफ लैब, उपयोग में लिये जाने वाले मीडिया, वार्ड इत्यादि।
इसे आप एक कोर्सपैक की तरह समझें जिसमें आपको एक खर्च में अलग-अलग कोर्स मिलते हैं। आईवीएफ प्रक्रिया में बिना पूरी जानकारी के इलाज मुमकिन नहीं है, क्योंकि अंततः मायने इलाज से मिलने वाली सफलता की है, यानी संतानप्राप्ती की है।
टेस्ट ट्यूब बेबी ट्रीटमेंट का दूसरा हिस्सा(Second part of test tube baby treatment)
आमतौर पर एक कपल्स की जांच इसलिए की जाती है क्योंकि यह पता लगाया जा सके कि इनफर्टिलिटी की वजह कपल्स में से किसके वजह से है। टेस्ट ट्यूब बेबी ट्रीटमेंट के पहले हिस्से के बाद आपको समय दिया जाता है कि आप खुद को इलाज के लिए तैयार कर सकें। टेस्ट ट्यूब बेबी ट्रीटमेंट के दूसरे हिस्से में पहली बार में किए गए जांच के रिजल्ट में आए कमी को पूरा करने के लिए होता है। इसमें आपका ज्यादातर खर्च इंजेक्शन और दवाइयों पर करना पड़ता है। जैसे महिला में अंडो की संख्या को बढ़ाने के लिए 10-12 दिन तक प्रोजेस्टेरोन का इंजेक्शन दिया जाता है।
अण्डे परिपक्व होने के बाद शरीर से बाहर निकालकर आईवीएफ लैब में रख दिया जाता है। इसके बाद पुरूष पार्टनर से स्पर्म के सेम्पल लेकर अण्डे को स्पर्म के साथ निषेचन की प्रक्रिया शुरु की जाती है। एक बार भ्रूण तैयार हो जाने के बाद महिला के गर्भाशय में स्थानान्तरित कर दिया जाता है। एक बार स्थानांतरण की प्रक्रिया पूरा होने के बाद टेस्ट ट्यूब बेबी प्रक्रिया पूरी हो जाती है। अब आपको 10 से 14 दिन इतंजार करना पड़ता है और इस दौरान भ्रूण गर्भासय के दीवार में प्रत्यारोपित हो जाता है, और फिर गर्भधारण सफल होता है।
निष्कर्ष (Conclusion)
टेस्ट ट्यूब बेबी में लगने वाले खर्च को समझने के लिए आपको पूरी तरह से टेस्ट ट्यूब बेबी की प्रक्रिया को समझने की जरूरत है। टेस्ट ट्यूब बेबी खर्च कंडीशन पर निर्भर करता है, अगर एक सामान्य कपल को संतान चाहिए तो खर्च अलग होगा और अगर एक सिंगल महिला को बच्चे चाहिए तो खर्च अलग होगा। अगर कोई कहता है कि आईवीएफ इलाज महंगा होता है तो आपको ऐसे अफवाहों से दूर रहना है।
इसके अलावा आप उन कारकों के तरफ भी देख सकते हैं, जिससे आप आईवीएफ लागत को कम कर सकते हैं। हालांकि, किसी आईवीएफ सेंटर को चुनने से पहले सफलता दर को नजरअंदाज न करें। अगर आप भी इनफर्टिलिटी की समस्या से जुझ रहे हैं तो आप दिल्ली के सर्वश्रेष्ठ आईवीएफ केंद्र (Best IVF Centre in Delhi) में इसका इलाज करवा सकते हैं।
पूछे जाने वाले प्रश्न (FAQs)
प्र.1. टेस्ट ट्यूब बेबी का खर्च कितना आता है?
उत्तर- टेस्ट ट्यूब बेबी का खर्च आपको अलग-अलग आईवीएफ केंद्र में अलग-अलग मिलेगा, और कई बार विभिन्न कंडीशन पर भी टेस्ट ट्यूब बेबी का खर्च घटता-बढ़ता है। बेबी जॉय आईवीएफ सेंटर में आईवीएफ लागत 68000/-रुपये से शुरू होती है।
प्र.2. आईवीएफ बेबी और नॉर्मल बेबी में क्या अंतर है?
उत्तर- आईवीएफ बेबी और नॉर्मल बेबी में ज्यादा अंतर नहीं होता है। आईवीएफ बेबी में गर्भावस्था या संतानप्राप्ती के लिए आईवीएफ प्रक्रिया की मदद ली जाती है। जबकी नॉर्मल बेबी का जन्म प्राकृतिक होता है।
प्र.3. टेस्ट ट्यूब बेबी और आईवीएफ में क्या अंतर होता है?
उत्तर- सही मायनो में टेस्ट ट्यूब बेबी और आईवीएफ में कोई अंतर होता नहीं है। टेस्ट ट्यूब बेबी एक आम बोल-चाल का शब्द है जो आईवीएफ इलाज प्रक्रिया से को संदर्भीत करता है।
प्र.4. टेस्ट ट्यूब बेबी के लिए कौन सी उम्र सबसे अच्छी है?
उत्तर- टेस्ट ट्यूब बेबी उपचार करवाने के लिए महिलाओं की आदर्श आयु आम तौर पर 25 से 35 वर्ष के बीच होती है, क्योंकि इस समय प्रजनन क्षमता सबसे अधिक होती है।
प्र.5. एक महिला कितनी बार आईवीएफ करवा सकती है?
उत्तर- आमतौर पर, कोई भी महिला 3-4 बार आईवीएफ इलाज कि कोशिश कर सकती है। बार-बार आईवीएफ असफल हो जाने के बाद अंडे या डोनर बदलने की सलाह दी जाती है।