गुरुग्राम में प्रजनन केंद्रों की सफलता दर का मूल्यांकन कैसे करें
गुरुग्राम में प्रजनन केंद्रों की सफलता दर का मूल्यांकन के बारे में बहुत ही कम बात होती है। हरेक आईवीएफ सेंटर या अस्पताल अपनी सफलता दर के पर्चे खुद बांटता है, लेकिन इसमें एक समस्या है। सभी आईवीएफ सेंटर खुद को लोगों के नजर में बेस्ट बताता है, ऐसे में आम जनता के लिए सही आईवीएफ सेंटर का चुनाव मुश्किल हो जाता है। एक मरीज के तौर पर यह पता लगाना कि किस अस्पताल में इलाज करवाया जाए को कैसे जाने। अगर आप भी इनफर्टिलिटी से जूझ रहे हैं तो गुड़गांव के बेस्ट आईवीएफ सेंटर(Best IVF centre in Gurgaon) में इलाज करा सकते हैं।
अगर आप गुरूग्राम में रहते हैं, और अपने घर के आसपास ही इलाज करवाना चाहते हैं, तो आपके मन में अक्सर सवाल उठता होगा कि गुरुग्राम में प्रजनन केंद्रों की सफलता दर का मूल्यांकन कैसे करें? क्योंकि अंततः आप चाहते हैं कि आपको इस पूरे संघर्षपूर्ण सफर का सही परिणाम मिले और संतानप्राप्ती का सपना पूरा हो। इसी बात को सरलता से कहें तो आपको इलाज में सफलता चाहिए, और इंसानों का बेसीक नॉलेज कहता है कि आपको इलाज में सफलता उसी सेंटर या अस्पताल में मिलेगी जिसकी सफलता दर बढ़िया हो। सही मायने में कहा जाए तो “सफलता दर” किसी भी क्लिनिक या अस्पताल के लिए यूएसपी और एक्स फैक्टर दोनों का काम करता है।
गुरुग्राम में प्रजनन केंद्रों की सफलता दर का मूल्यांकन के लिए आपको कुछ कारकों पर ध्यान देना होगा। आप इसे एक शोध की तरह समझ सकते हैं क्योंकि ऐसी कोई सरकारी वेबसाइट नहीं है जो आपको एक विस्तृत क्षेत्र के प्रजनन केंद्रों की सफलता दर के बारे में बताए। दिल्ली-एनसीआर इलाकों की बात करें तो सैंकड़ों से ज्यादा आईवीएफ सेंटर मौजूद है, और इनमें से कुछ गुड़गांव के बेस्ट आईवीएफ सेंटर(Best IVF centre in Gurgaon) में से एक हैं। लेकिन आप इस बात पर भी इलाज के लिए तैयार नहीं होगें, इलाज से पहले आपकी प्राथमिकता है “अस्पताल की सफलता दर।”
आइए जानते हैं गुरुग्राम में प्रजनन केंद्रों की सफलता दर का मूल्यांकन कैसे करें?
सफलता दर का मूल्यांकन करने के लिए आपको कुछ कारकों पर ध्यान देना होगा। जैसे – अस्पताल ने अभी तक कितने सफल केस हुए हैं, आईवीएफ कितने चक्र के बाद गर्भावस्था हुई है, और क्लिनिकल स्टाफ कैसे हैं? आपको गुरूग्राम में हरेक आईवीएफ सेंटर के बारे में इतनी जानकारी होनी चाहिए, जिसके बाद ही सफलता दर के बारे में जान पाएंगे।
कितने सफल केस दर्ज हुए (How many successful cases were registered?)
एक आईवीएफ सेंटर में सफल केस दर्ज होने का मतलब है कि माइलस्टोन की तरफ एक और कदम बढ़ाना। गुरूग्राम में मौजूद लगभग सभी सेंटर ने अपने अधिकारीक वेबसाइट पर अबतक के रजिस्टर हुए सफल केस के आंकड़े मेंशन कर रखा होगा। एक आईवीएफ सेंटर में बहुत सारे मरीज आते हैं, उनमें कुछ मरीज की कंडीशन सामान्य होते हैं, कुछ मरीज की कंडीशन जटील होती है और कुछ मामलों में आईवीएफ की जगह पर किसी और प्रजनन विकल्प का इस्तेमाल करना पड़ता है।
ऐसे में जो भी मरीज क्लिनिक में आते हैं सभी का परीक्षण किया जाता है, और पाए गए कमी के अनुसार उन्हें सुधारने की सलाह और समय दिया जाता है। आईवीएफ प्रक्रिया पूरी हो जाने के बाद गर्भधारण से लेकर बच्चे को जन्म देना ही सफलता है, लेकिन कई मामलों में जन्म देने तक की प्रक्रिया पूरी नहीं हो पाती है और किसी समस्या की वजह से इलाज असफलता में बदल जाती है। इसलिए आईवीएफ में सफलता काफी अहम है, और इसी वजह से हरेक सफल केस एक माइलस्टोन के तरफ बढ़ती है।
बात करें गुड़गांव के बेस्ट आईवीएफ सेंटर(Best IVF centre in Gurgaon) में से एक बेबी जॉय आईवीएफ सेंटर की तो इस आईवीएफ सेंटर ने अभी तक 15,000+ केस सफल साबित हुई है।
आईवीएफ कितने चक्र के बाद गर्भावस्था सफल हुई है (After how many cycles of IVF pregnancy is successful)
सही मायने में कहा जाए तो आईवीएफ इलाज को जितना आप सोचते हैं उससे कहीं ज्यादा जटील है। आईवीएफ की सफलता भी किसी चमत्कार से कम नहीं है क्योंकि इस इलाज को सफल होने में कई बार 4 आईवीएफ चक्र तक लग जाता है। आमतौर 2-3 चक्र में लोगों को सफलता मिल जाता है, लेकिन कुछ मामलों में 4 चक्र तक भी मामला चला जाता है। एक सर्वश्रेष्ठ आईवीएफ अस्पताल इन चीजों को अच्छे से जानता है, और वो मरीज के कंडीशन को पूरी तरह से समझकर कम से कम आईवीएफ चक्र में सफलता पाने की कोशिश करता है।
आईवीएफ चक्र का बढ़ना सिर्फ अस्पताल पर ही नहीं बल्कि आप पर निर्भर करता है। यह मरीज के शरीर और क्रियाकलाप हैं जिससे आईवीएफ चक्रों की संख्या बढ़ती है। गुरुग्राम में प्रजनन केंद्रों की सफलता दर का मूल्यांकन करने के लिए आपको जानने की जरूरत है कि आईवीएफ कितने चक्र के बाद गर्भावस्था सफल होती है। अगर आप यह सोच रहे हैं कि 4 से अधिक चक्र क्यों नहीं, तो आपको बता दें कि 4 आईवीएफ चक्र तक सफलता नहीं मिलती है तो डोनर एग्स के इस्तेमाल की सलाह दी जाती है।
क्लिनिकल स्टाफ(Clinical Staff)
आईवीएफ एक जटील इलाज है, इसमें समय और पैसा दोनों खर्च होता है। ऐसे में आप हमेशा चाहते हैं कि आपका इलाज सर्वश्रेष्ठ अस्पताल में सर्वश्रेष्ठ और अनुभवी डॉक्टर द्वारा करवाया जा सके। एक अस्पताल को सर्वश्रेष्ठ और सफल उनके द्वारा किए गए इलाज के वजह से होता है, और इलाज में सबसे अहम भुमिका डॉक्टर और क्लिनिकल स्टाफ का होता है। डॉक्टर और अनुभवी डॉक्टर में फर्क होता है, और आईवीएफ इलाज के मामले में आपको फर्क समझ में ही आएगा कि क्यों इस इलाज के लिए लोग अनुभवी डॉक्टर को तवज्जो देते हैं।
आईवीएफ एक जटील इलाज है और इस पूरे इलाज के दौरान कई अलग तरह के लक्षण और समस्याओं से होकर गुजरना पड़ता है। ऐसे में आपके लिए जरूरी हो जाता है कि कोई अनुभवी आपके पास हो जो आपको इन समस्याओं और लक्षणों का निदान बता सके, और इसलिए अनुभवी डॉक्टरों की सबसे ज्यादा जरूरत होती है। हरेक आईवीएफ सेंटर में गायनेलॉजिस्ट और क्लिनिकल स्टाफ एक अनुभवी टीम मौजूद होती है। एक मरीज के तौर पर आपके अलावा अगर कोई और इलाज की सफलता को लेकर उत्सुक होता है वो डॉक्टर होता है।
निष्कर्ष (Conclusion)
भारत में आईवीएफ सफलता प्रतिशत में बताया जाए तो वो कुछ 35-40 प्रतिशत है, और ऐसे में गुरुग्राम में प्रजनन केंद्रों की सफलता दर का मूल्यांकन के लिए आपको कुछ कारकों पर ध्यान देना होगा। जैसे – कितने सफल केस दर्ज हुए, आईवीएफ कितने चक्र के बाद गर्भावस्था सफल हुई है और क्लिनिकल स्टाफ। प्रजनन केंद्रों का सफलता दर मुल्यांकन खुद प्रजनन केंद्र वाले कर लेते हैं और अपने वेबसाइट पर मेंशन कर देते हैं। लेकिन यह हरेक आईवीएफ सेंटर का व्यक्तिगत सफलता दर होती है, और बात करें गुरूग्राम में मौजूद सभी आईवीएफ सेंटर को मिलाकर सफलता दर की।
अगर आप बच्चा पैदा करने के लिए आईवीएफ उपचार कराना चाहते हैं, तो गुड़गांव में आईवीएफ लागत (IVF Cost in Gurgaon) आपके लिए किफायती होगा।
पूछे जाने वाले प्रश्न (FAQs)
प्र.1. भ्रूण स्थानांतरण के बाद सकारात्मक संकेत क्या हैं?
उत्तर- भ्रूण स्थानांतरण के बाद गर्भावस्था को लेकर सकारत्मक संकेत के तौर पर आप 2 सप्ताह के दौरान होने वाले सभी लक्षणों को काउंट कर सकते हैं। जैसे – रक्तस्राव या दाग, ऐंठन, सूजन, स्तनों में दर्द, थकान, पेशाब में वृद्धि, सिरदर्द और मासिक धर्म का चूक जाना शामिल हैं।
प्र.2. पहले प्रयास में आईवीएफ की सफलता दर क्या है?
उत्तर- 35 वर्ष से कम आयु की महिलाओं को सबसे अधिक सफलता मिलती है, लेकिन 35 से 37 वर्ष की आयु के बीच भी सफलता की दर 40.5% है। 38 से 40 वर्ष की आयु वाली महिलाओं की सफलता दर कम 26% है।
प्र.3. क्या आईवीएफ बच्चे सामान्य हैं?
उत्तर- आईवीएफ का उपयोग करके गर्भधारण बिल्कुल ही सामान्य होती है, मानो प्राकृतिक रूप से गर्भधारण किया गया हो। इसके अलावा, आईवीएफ गर्भधारण से आने वाले बच्चे अपने स्वाभाविक रूप से गर्भाधान वाले समकक्षों की तरह ही स्मार्ट और शारीरिक रूप से फिट होते हैं।
प्र.4. आईवीएफ गर्भावस्था के लक्षण कब शुरू होते हैं?
उत्तर- आमतौर पर, आपको गर्भावस्था से जुड़े लक्षण को पूरी तरह सामने आने में 1 से 4 सप्ताह का समय लगता है। लेकिन कुछ लक्षण आपको पहले दो सप्ताह के दौरान देखने के लिए मिला जाएगा।
प्र.5. आईवीएफ सफलता दर की गणना कैसे की जाती है?
उत्तर- किसी क्लिनिक की आईवीएफ सफलता दर रिपोर्ट किए गए जन्मों की संख्या को किए गए आईवीएफ प्रक्रियाओं की संख्या से विभाजित करके प्राप्त की जाती है। यह अनुपात समग्र सफलता दर है।