Side Effects of IVF in Hindi

Side Effects of IVF in Hindi – क्या आईवीएफ प्रक्रिया का कोई साइड इफेक्ट होता है?

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आज के दौर में आईवीएफ व्यापक रूप से इस्तेमाल किया जाने वाला प्रजनन उपचार बन चुका है। और बढ़ते समय के साथ यह उपचार बांझ कपल्स के संतानप्राप्ती का सपना साकार किया है। आईवीएफ उपचार एक उम्मीद की किरण की तरह उभरा है। हालांकि, जिस तरह से एक सिक्के के दो पहलू होते हैं, ठीक उसी तरह से आईवीएफ के एक पहलू को देखें तो हमे दिखता है कि निसंतानता का उपचार है, लेकिन जब दूसरी पहलू को देखते हैं तो हमे लोगों के सवाल मिलता है – क्या आईवीएफ प्रक्रिया का कोई नकारात्मक दुष्प्रभाव होता है? आप भी आईवीएफ उपचार के बारे में सोच रहे हैं तो दिल्ली में सर्वश्रेष्ठ आईवीएफ सेंटर (Best IVF center in Delhi NCR) मददगार साबित होगा।  

इस बात में कोई शक नहीं है कि निसंतानता को दूर करने में आईवीएफ उपचार के दौरान काफी मशक्कत करनी पड़ती है। मशक्कत में आप उपचार के दौरान किए जाने वाले प्रक्रिया को काउंट कर सकते हैं। अगर आईवीएफ उपचार को सरल शब्दों में कहें तो यह एक ऐसा रास्ता है जिसमें कांटे भी हैं, लेकिन आपको पता है कि सफलता या मंजील इन कांटो को पार करके ही मिलेगा। और इस रास्ते में जो कांटे हैं वो कई बार नकारात्मक दुष्प्रभाव का कारण बनते हैं। इस लेख में आप जानेंगे कि क्या आईवीएफ प्रक्रिया का कोई नकारात्मक दुष्प्रभाव होता है?

आईवीएफ के सामान्य दुष्प्रभाव(Common Side Effects of IVF)

आईवीएफ उपचार के दौरान कुछ सामान्य दुष्प्रभाव देखने के लिए मिलता है, यानी ये दुष्प्रभाव से लगभग हरेक मरीज ग्रसीत होता है। हालांकि, अगर इन दुष्प्रभावों को लेकर समय रहते एक्शन नहीं लिया जाता है, तो यह समस्या आगे चलकर और भी बदतर हो जाती है।

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1. डिम्बग्रंथि हाइपरस्टिम्यूलेशन सिंड्रोम(OHSS)

आमतौर पर, आईवीएफ उपचार की पहली प्रक्रिया के अंतर्गत अंडो की संख्या बढ़ाने के लिए प्रजनन दवाएं दी जाती है। ऐसे में अगर दवाएं उम्मीद से ज्यादा प्रतिक्रियात्मक हो जाती है तो डिम्बग्रंथि हाइपरस्टिम्यूलेशन सिंड्रोम का खतरा रहता है। अगर दवा थोड़ा कम प्रतिक्रियात्मक होती है तो समस्या भी मामूली होती है, और अगर दवा ज्यादा प्रतिक्रियात्मक होती है तो समस्या गंभीर भी हो सकती है।  

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2. एकाधिक गर्भधारण (Multiple Pregnancies)

सही मायनो में कहा जाए तो यह इतना भी सामान्य समस्या अब नहीं है, एक समय पर एकाधिक गर्भधारण की समस्या देखने के लिए मिलती थी। लेकिन आज के दौर में यह बहुत ही दुर्लभ है, यह समस्या तब होती है जब गलती से एक से अधिक भ्रूण को आरोपित कर दिया जाता है। इसके परिणाम के तौर पर एक से अधिक गर्भावस्था देखने के लिए मिलती है, और ऐसी परिस्थिति बच्चा-जच्चा दोनों के लिए परेशानी का सबब बन जाती है।

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3. अस्थानिक गर्भावस्था (Ectopic Pregnancy)

अस्थानिक गर्भावस्था से मतलब है कि भ्रूण का गर्भाशय की जगह उसके बाहर आरोपन होना। कहने का मतलब है कि भ्रूण का आरोपन गर्भाशय में न होकर उसके बाहर हो जाए तो इसे ही अस्थानिक गर्भावस्था कहते हैं। और आईवीएफ उपचार के दौरान इस तरह की समस्या बहुत ही आम है। लेकिन जैसे-जैसे प्रजनन उपचार में नए-नए उपकरणों को जोड़ा गया है, वैसे ही गलतीयां कम होने लगी है।

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आईवीएफ दवाओं के शारीरिक दुष्प्रभाव(Physical Side Effects of IVF Medications)

आईवीएफ उपचार के दौरान इस्तेमाल किए जाने वाली दवाईयां और इंजेक्शन कई बार शारीरीक दुष्प्रभाव का कारण बनती है। और इसके परिणामस्वरूप आपको शारीरीक बदलाव भी देखने को मिलता है।

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1. हार्मोनल दुष्प्रभाव (Hormonal Side Effects)

कई अध्ययनो में पाया गया है कि प्रजनन दवाओं का अक्सर दुष्प्रभाव असंतुलित हार्मोन्स के तौर पर देखा गया है, और असंतुलित हार्मोन्स न सिर्फ बांझपन की समस्या को बढ़ाते हैं। बल्कि महिलाओं में मासिक धर्म चक्र को हेर-फेर करने का काम करते हैं, हेर-फेर यानी कि अनियमित करने का काम करता है। और इस तरह से असंतुलित हार्मोन्स शारीरीक दुष्प्रभाव का कारण बनती है, और इस तरह की समस्या उपचार के रिजल्ट को प्रभावित करने का काम करता है।

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2. इंजेक्शन स्थल की प्रतिक्रियाएं (Injection Site Reactions)

आईवीएफ में एक तय समय के लिए रोजाना आपको दो इंजेक्शन लगाए जाते हैं, और ऐसे में कई बार इंजेक्शन वाले स्थान पर प्रतिक्रिया देखने के लिए भी मिलती है। हालांकि, कई बार मामला मामुली सुजन या फिर हल्का दर्द तक सीमीत रह जाता है, लेकिन कई बार मामला गंभीर भी हो जाता है। जैसे – संक्रमण होना या फिर फोड़ा जैसी गंभीर प्रतिक्रियाएं।

3. भावनात्मक और मनोवैज्ञानिक प्रभाव(Emotional and Psychological Impact)

आईवीएफ उपचार की यात्रा एक कपल के लिए मानसिक, शारीरीक और भावनात्मक रूप से परिक्षा होती है, और आपको बता दें कि मानसिक रूप से नकारात्मक होना, उपचार के रिजल्ट को प्रभावित कर सकता है।

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4. भावनात्मक उतार-चढाव(Emotional Rollercoaster)

जैसा कि हमने आपको ऊपर बताया था कि उपचार के दो पहलू होते हैं, और दूसरे पहलू की बात करें तो कई बार उपचार के दौरान गर्भावस्था को प्राप्त करने में 2-3 चक्र लग जाते हैं। ऐसे में हरेक विफल चक्र के बाद कपल्स भावनात्मक उतार-चढाव का अनुभव करते हैं।

5. रिश्ते में तनाव(Relationship Strain)

आईवीएफ उपचार अगर भावनात्मक या मनोवैज्ञानिक दुष्प्रभाव के बारे में बात की जाएगी तो इसका सीधा मतलब है कि आईवीएफ चक्र के दौरान सफलता न मिलना, और चक्रों की संख्या बढ़ना। ऐसा होने पर कपल्स के बीच में भी तनावपूर्ण स्थिति प्रकट होने लगती है, और इसे आप रिश्ते के बीच तनाव के तौर पर देख सकते हैं।

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6. उपचार में होने वाले खर्च(Treatment Expenses)

कई बार कपल्स के बीच तनाव का एक कारण उपचार पर लगने वाली लागत भी होती है। अगर आईवीएफ चक्रों की संख्या बढ़ती है तो इसका मतलब है कि लागत और बढ़ने वाला है, इससे तनाव और भी ज्यादा बढ़ने लगता है। अगर आप आईवीएफ उपचार कराना चाहते हैं, तो दिल्ली में आईवीएफ लागत (Lowest IVF Cost in Delhi) आपके लिए किफायती होगा।

निष्कर्ष (Conclusion)

आईवीएफ उपचार निसंतानता को दूर करने के लिए सबसे कारगर प्रजनन उपचार विकल्प है, लेकिन आपको यह भी समझना होगा कि इसके दुष्प्रभाव का होना भी मुमकिन है। आईवीएफ से होने वाले दुष्प्रभाव को तीन भागों में बांटा है, सामान्य दुष्प्रभाव, शारीरीक दुष्प्रभाव और भावनात्मक दुष्प्रभाव। आईवीएफ उपचार के मदद से संतानप्राप्ती के लिए एक कपल के तौर पर आपको काफी मशक्कत करना पड़ता है, और मशक्कत के तौर पर दुष्प्रभावों से लड़ने को समझ सकते हैं। आईवीएफ उपचार का दुष्प्रभाव इतना ज्यादा वाइब्रेन्ट होता है कि कपल्स के रिश्ते पर असर पड़ता है। आप भी आईवीएफ उपचार के बारे में सोच रहे हैं तो दिल्ली में सर्वश्रेष्ठ आईवीएफ सेंटर (Best IVF center in Delhi) मददगार साबित होगा।  

पूछे जाने वाले प्रश्न (FAQs)

1. डिम्बग्रंथि हाइपरस्टिम्यूलेशन सिंड्रोम क्या है, और यह आईवीएफ से कैसे संबंधित है?

उत्तर – सामान्य भाषा में कहा जाए तो डिम्बग्रंथि हाइपरस्टिम्यूलेशन सिंड्रोम आईवीएफ उपचार के दौरान दी जाने वाली प्रजनन दवाओं का दुष्प्रभाव है। इस दुष्प्रभाव का परिणाम मामुली समस्या से लेकर, गंभीर समस्या के रूप में देखने को मिलता है।

2. आईवीएफ दवाओं के संभावित दुष्प्रभाव क्या हैं?

उत्तर- आईवीएफ उपचार के दौरान दी जाने वाली दवाओं का संभावित दुष्प्रभाव के तौर आपको सामान्य समस्याओं से लेकर गंभीर समस्या देखने के लिए मिल सकती है। जैसे – मूड स्विंग, सिरदर्द, स्तन कोमलता, सूजन, दृश्य गड़बड़ी और इंजेक्शन स्थल पर लालिमा और सूजन जैसे दुष्प्रभाव।

3. क्या आईवीएफ से अस्थानिक गर्भावस्था हो सकती है?

उत्तर- हां, आईवीएफ उपचार के दौरान अस्थानिक गर्भावस्था हो सकती है। लेकिन अपेक्षाकृत यह समस्या काफी दुर्लभ है, आंकड़ो पर बताया जाए तो 2-5% मामलों में, आईवीएफ के परिणामस्वरूप एक्टोपिक गर्भधारण हो सकता है।  

4. गर्भाशय की ग्रहणशीलता क्या है और यह आईवीएफ परिणामों को कैसे प्रभावित करती है?

उत्तर – गर्भाशय ग्रहणशीलता भ्रूण प्रत्यारोपण का समर्थन करने के लिए गर्भाशय अस्तर की क्षमता को संदर्भित करती है। पतली एंडोमेट्रियल अस्तर या गर्भाशय में संरचनात्मक असामान्यताएं जैसे मुद्दे सफल प्रत्यारोपण में बाधा डाल सकते हैं और आईवीएफ विफलता का कारण बन सकते हैं।   

5. आईवीएफ का भावनात्मक और मनोवैज्ञानिक प्रभाव जोड़ों को कैसे प्रभावित करता है?

उत्तर – आईवीएफ एक कपल के लिए भावनात्मक और मनोवैज्ञानिक रूप से चुनौतीपूर्ण हो सकता है, जिससे तनाव, चिंता और अवसाद की समस्या को उत्पन्न कर सकता है। इसके प्रभाव के रूप में रिश्तों पर भी तनाव आ सकता है।

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