Is pregnancy possible through IVF after menopause

क्या मेनोपॉज(Menopause) के बाद आईवीएफ से गर्भवती होने की कोई संभावना है?

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मेनोपॉज के बाद गर्भावस्था एक नामुमकिन सा सवाल है क्योंकि एक बार मेनोपॉज में प्रवेश करने का मतलब होता है कि इस वक्त तक आपके हॉर्मोन्स में बदलाव हो चुका है कि अब अंडाशय अंडे जारी नहीं कर रहा है। लेकिन फिर भी कुछ लोगों का सवाल रहता है कि क्या मेनोपॉज (Menopause) के बाद आईवीएफ से गर्भवती होने की कोई संभावना है? अगर आप भी इनफर्टिलिटी की समस्या से जुझ रहे हैं तो आप दिल्ली के सर्वश्रेष्ठ आईवीएफ केंद्र (Best IVF Centre in Delhi) में इसका इलाज करवा सकते हैं।

आईवीएफ इलाज से ऐसे कई सवालों का जवाब मिल जाएगा। मेनोपॉज एक तरह से समय के साथ बांझपन की स्थिति है, और बांझपन के मामलों में आईवीएफ उपचार का प्रदर्शन बढ़िया रहा है। ऐसे में सवाल पूछना कि क्या मेनोपॉज (Menopause) के बाद आईवीएफ से गर्भवती होने की कोई संभावना है? आईवीएफ उपचार और प्रक्रिया को लेकर हमें ज्यादा जानने के लिए मिलेगा। चलिए आपके आश्वासन के लिए हम बता देते हैं कि आईवीएफ की मदद से मेनोपॉज के बाद भी गर्भधारण मुमकिन है। लेकिन इसके लिए कुछ अलग प्रक्रियाएं है जिसके बाद ही मेनोपॉज के बाद भी गर्भधारण मुमकिन हो पाएगा।

चलिए जानते हैं क्या मेनोपॉज (Menopause) के बाद आईवीएफ से गर्भवती होने की कोई संभावना है?

क्या है मेनोपॉज(What is Menopause)

चलिए इसको सरल भाषा में समझते हैं, हम सभी जानते हैं कि बढ़ते उम्र के साथ फर्टिलिटी प्रभावित होने लगती है और अंडो के उत्पादन में भी कमी आने लगती है। ऐसे में एक वक्त ऐसा भी आता है जब आप के हॉर्मोन्स में बदलाव होता है, और अंडाशय एस्ट्रोजन और प्रोजेस्टेरोन का उत्पादन कम कर देता है। अब अंडाशय ल्यूटिनाइजिंग हार्मोन (एलएच) और कूप उत्तेजक हार्मोन (एफएसएच) के प्रति कम प्रतिक्रियाशील हो जाता है, जिसके वजह से एलएच और एफएसएच का स्तर बढ़ने लगता है।

अबतक फर्टिलिटी पूरी तरह से प्रभावित हो गया है, और आखीरी बार माहवारी को पूरा एक साल हो गया है तो आप मेनोपॉज में प्रवेश कर चुकी हैं। अब से आप प्राकृतिक रूप से गर्भधारण नहीं कर सकती हैं। आमतौर पर महिलाओं में मेनोपॉज 40 से 55 वर्ष के उम्र में होता है, लेकिन इसकी औसत आयु 51 वर्ष है। एक बार जब आप पोस्ट-मेनोपॉज में प्रवेश कर जाती हैं तो आपको हॉर्मन्स बदल जाते है और अंडाशय अब अंडे जारी नहीं करते हैं। ऐसे समय पर मां बनने के बारे में विचार करना…चुनौतीयों से भरा रास्ते पर चलने जैसा है। हालांकि, ऐसी परिस्थिति में आप आईवीएफ पर भरोसा कर सकते हैं।

मेनोपॉज के बाद गर्भवती होने में आईवीएफ का रोल(Role of IVF in getting pregnant after menopause)

आईवीएफ के मदद से मेनोपॉज के बाद गर्भधारण सफल साबित हुआ है। हालांकि, जैसा हमने आपको ऊपर बताया था कि ऐसा हो सकता है लेकिन यह सफर आपके लिए चुनौतीयों से भरा होगा और आपको आईवीएफ के कुछ मुल प्रक्रियाओं से मेनोपॉज के बाद गर्भधारण मुमकिन होगा। मेनोपॉज के बाद मां बनने के बारे में सोचना एक साहसिक कदम है लेकिन उम्र को देखते हुए आपके लिए चुनौती दोगुनी हो जाती है। क्योंकि इस वक्त ज्यादातर महिलाएं मोटोपे से ग्रसीत हो जाती हैं, और कुछ महिलाएं किसी अन्य बीमारी से ग्रसीत हो जाती हैं।   

मेनोपॉज के बाद प्राकृतिक रूप से गर्भधारण नामुमकिन है। ऐसे में आईवीएफ की मदद से एक कपल के तौर पर गर्भधारण के लिए आपके पास दो ही विकल्प बचता है।

फ्रीज किये हुए अंडे(Frozen eggs) – मेनोपॉज में प्रवेश करने के बाद मां बनने के लिए आप अपने फ्रीज किये हुए अंडे का इस्तेमाल करके मां बन सकती है।

डोनर के फ्रीज किये हुए अंडे(Frozen donor eggs) – मेनोपॉज के बाद मां बनने का दूसरा रास्ता है आप किसी डोनर के ताजा फ्रीज अंडे का इस्तेमाल कर सकती हैं।

इसके बाद आपको कुछ खास बातों पर ध्यान देना होगा, जैसे मेनोपॉज में आने के बाद अंडाशय के सहायक हार्मोन्स में से कुछ असंतुलित होते हैं और कुछ का स्तर बढ़ जाता है। ऐसे में आपके लिए हॉर्मोन थेरेपी जरूरी होती है। हालांकि, इस बात की सलाह आप अपने डॉक्टर से ले सकते हैं।

सफलता दर और विचार(Success Rates and Considerations)

मेनोपॉज के दौरान आईवीएफ इलाज से गर्भधारण में सफलता इस बात निर्भर करती है कि आपके अंडे का स्रोत क्या है और अंडा कितना फर्टाइल है। इसके अलावा इलाज की सफलता आप पर भी काफी हद तक निर्भर करती है क्योंकि इस उम्र में कई चीजों को लेकर औरों से ज्यादा संघर्ष करना पड़ता है। बात करें अंडे की तो मेनोपॉज में गर्भावस्था के लिए आपको खुद के फ्रीज किये हुए अंडे की जगह पर डोनर के ताजा अंडे का इस्तेमाल करने पर सफलता का मौका उच्च होता है। इसकी वजह है कि ताजा अंडे किसी युवा महिला का होता है जो पूरी तरह फर्टाइल रहता है।

आईवीएफ इलाज के मामले में एक चीज जो सबसे ज्यादा मायने रखता है वो है उम्र, क्योंकि ऐसे कई शोध जिसमें यह बताया गया है कि उम्र के कारण आईवीएफ इलाज प्रभावित हो सकता है। इसके अलावा आपको इस दौरान अनुशासित जीवन व्यतीत करने के बारे में सोचना चाहिए ताकी आपको सफलता मिल सके।

फायदा और जोखिम(Benefits and Risks)

मेनोपॉज के बाद मां बनने का फैसला कई तरह की समस्याओं को भी न्योता दे सकता है, क्योंकि मेनोपॉज में आईवीएफ इलाज किसी जोखिम से कम नहीं है। हालांकि, मातृत्व को पाने की खुशी के लिए यह संघर्ष कुछ नहीं।

फायदा – आप मेनोपॉज के बावजूद मां बन पाएंगी और इससे बड़ा मुनाफा क्या ही हो सकता है। क्योंकि मेनोपॉज के प्राकृतिक रूप से गर्भधारण नामुमकिन हो जाता है और ऐसे में आईवीएफ के मदद से आप मां बन जाती हैं।

जोखिम – मेनोपॉज के मामले में आईवीएफ उपचार कई बार रिजल्ट के साथ मुसिबत का पहाड़ लेकर आती है। कुछ मामलों में एकाधिक गर्भधारण की संभावना रहती है, जिसके वजह से मां और बच्चे दोनों पर खतरा बढ़ जाता है और ऐसे मामलों में बच्चे का समय से पहले जन्म, जन्म के समय कम वजन जैसी जटीलता हो सकती है। गर्भावधि मधुमेह, जो मां और बच्चे दोनों के लिए स्वास्थ्य समस्याएं पैदा कर सकता है।

आप भी अगर इनफर्टिलिटी की समस्या का इलाज करवाना चाहती हैं तो दिल्ली में आईवीएफ लागत (IVF Cost in Delhi) आपके लिए उचित रहेगा।

आईवीएफ के अलावा रजोनिवृत्ति के लिए वैकल्पिक विकल्प(Alternative Options for Menopause Other Than IVF)

इसके बाद आपके सामने दो ही विकल्प ही बचता है।

सरोगेसी(Surrogacy) – जब आप आईवीएफ के मदद से भी मां नहीं बन सकी, और अब आप खुद गर्भधारण करने में असमर्थ हैं तो आपके पास सरोगेसी का विकल्प बचता है। एक सरोगेट किसी अन्य व्यक्ति या जोड़े के लिए गर्भधारण करती है और उसे जन्म देती है।

गोद लेना(Adoption) – अगर आप सरोगेसी के लिए तैयार नहीं है और आईवीएफ भी आपके लिए मददगार साबित नहीं हो पाया तो आप किसी अनाथ आश्रम से बच्चे को गोद ले सकते हैं।

निष्कर्ष(Conclusion)

मेनोपॉज में प्रवेश करने के बाद प्राकृतिक रूप से गर्भधारण नामुमकिन है क्योंकि इस वक्त तक अंडाशय अंडे जारी करना बंद कर देता है। हालांकि, आईवीएफ इलाज की मदद से मेनोपॉज में भी गर्भधारण कर पाना मुमकिन है, बस आपको अपना फ्रिज किया हुआ अंडा या फिर डोनर के ताजा अंडो को इस्तेमाल करना है। आपके लिए जरूरी हो जाता है कि आप सफलता दर, जोखिम और सरोगेसी या गोद लेने जैसे वैकल्पिक विकल्पों को लेकर विचार करें। 

अंततः मेनोपॉज के मामले में आईवीएफ ने रिजल्ट दिया है जिससे कह सकते हैं कि मेनोपॉज में आईवीएफ एक प्रभावशाली इलाज है। अगर आप भी इनफर्टिलिटी की समस्या से जुझ रहे हैं तो आप दिल्ली के सर्वश्रेष्ठ आईवीएफ केंद्र (Best IVF Centre in Delhi) में इसका इलाज करवा सकते हैं।

पूछे जाने वाले प्रश्न (FAQs) 

प्र.1. क्या मेनोपॉज के बाद कोई प्राकृतिक रूप से गर्भवती हुई है?

उत्तर- सामान्य तौर पर जब एक महिला मेनोपॉज में प्रवेश कर जाती है तो उसके लिए प्राकृतिक रूप से गर्भधारण नामुमकिन हो जाता है क्योंकि इस तक ओवुलेशन नहीं होता है और नाही अंडाशय अंडे जारी करते हैं।

प्र.2. क्या 50 साल की महिला प्राकृतिक रूप से गर्भवती हो सकती है?

उत्तर- अगर आप 50 साल की उम्र में मां बनने की सोच रही हैं तो संभवतः आपको प्रजनन सहायता की जरूरत पड़ेगी। इसके अलावा ऐसा नहीं कहा जा सकता है कि आप 50 की उम्र में प्राकृतिक रूप से गर्भवती नहीं हो सकती हैं, लेकिन यह बहुत ही दुर्लभ है।  

प्र.3. क्या मेनोपॉज के बाद आईवीएफ काम कर सकता है?

उत्तर- हां, आईवीएफ ने मेनोप़ज के बावजूद अपना प्रभाव दिखाया है, लेकिन मेनोपॉज के बाद मातृत्व के लिए आपको फ्रीज किए हुए अंडो की सहायता लेनी पड़ेगी और आपको खुद का भी ध्यान रखना होगा।   

प्र.4. क्या मेनोपॉज के बाद प्रजनन क्षमता बहाल की जा सकती है?

उत्तर- डिम्बग्रंथि कायाकल्प प्रक्रिया रोम के परिपक्व होने और फटने के लिए जिम्मेदार प्रजनन हार्मोन को बहाल या पुनर्संतुलित करने में मदद कर सकती है। यह आपको स्वाभाविक रूप से गर्भवती होने की अनुमति देगा या डॉक्टरों को इन विट्रो फर्टिलाइजेशन (आईवीएफ) के लिए अंडा प्राप्त करने की अनुमति देगा।  

प्र.5. क्या मेनोपॉज के बाद कोई महिला गर्भवती हो सकती है?

उत्तर- मेनोपॉज के बाद, प्राकृतिक गर्भधारण के लिए एक महिला का हार्मोनल स्तर बहुत कम हो जाता है। हालांकि, रजोनिवृत्ति के बाद, आईवीएफ के माध्यम से गर्भधारण संभव है। वह दाता अंडों या अपने अंडों का उपयोग कर सकती है यदि उसने उन्हें फ़्रीज़ किया हो।

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