Best IVF center in Delhi

आईयूआई उपचार कितना प्रभावी है?(How effective is IUI treatment?)

Post by Baby Joy 0 Comments

प्रजनन उपचार के मामले में एक से बढ़कर एक उपचार विकल्प मौजूद हैं, और हरेक उपचार विकल्प बांझपन के एक विशेष स्थिति के लिए काम करता है। ऐसे में कपल्स का अक्सर सवाल होते हैं कि आईयूआई उपचार कितना प्रभावी है? आपको बता दें कि आईयूआई भी एक प्रजनन उपचार विकल्प है, और आप मेडिकल साइंस में गारंटी की अपेक्षा नहीं कर सकते हैं। ऐसे में यह कहना कि यह उपचार विकल्प कितना प्रभावी है, उससे ज्यादा बेहतर होगा कि आप इसे सफल बनाने वाले कारकों को जानें। जिसके बाद आईयूआई उपचार प्रभाव के बारे में समझ पाना आपके लिए आसान होगा। अगर आप भी आईवीएफ उपचार के बारे में सोच रहे हैं तो दिल्ली में सर्वश्रेष्ठ आईवीएफ सेंटर (Best IVF center in Delhi) मददगार साबित होगा।

आईयूआई को समझना(Understanding IUI)

आईयूआई उपचार को एक बार के लिए आप शुक्राणु संबंधी उपचार भी कह सकते हैं, क्योंकि इस उपचार का ज्यादातर इस्तेमाल पुरूष बांझपन में किया जाता है। इस उपचार में ओव्यूलेशन के दौरान महिला के गर्भाशय में शुक्राणु को सींरीज के मदद से डाला जाता है। ओव्युलेशन के दौरान ही अंडे रिलीज करता है, और ऐसे में शुक्राणु का गर्भाशय में उपस्थित होना जरूरी होता है। ताकी निषेचन की प्रक्रिया पुरी हो सके, और गर्भानवस्था को मुमकिन बनाया जा सके। सींरीज के मदद से शुक्राणु को डालना, गर्भावस्था को मुमकिन करने के उद्देश्य किया जाता है। क्योंकि ओव्युलेशन के दौरान जितनी ज्यादा मात्रा में शुक्राणु उपस्थित होगी, गर्भावस्था की संभावना उतनी ज्यादा होगी।

आईयूआई की सफलता दर(Success Rates of IUI)

आईयूआई की सफलता दर उम्र, बांझपन के अंतर्निहित कारण और कपल्स के समग्र स्वास्थ्य सहित कई कारकों पर व्यापक रूप से आश्रीत होती है। ऐसे में प्रति चक्र आईयूआई की सफलता दर की बात करें तो पायेंगे कि औसतन, प्रति चक्र 10-20% के बीच होती है। लेकिन, आईयूआई को लेकर एक सच यह भी है कि सफल गर्भावस्था प्राप्त करने के लिए कई चक्रों की आवश्यकता हो सकती है, और प्रत्येक बाद के चक्र के साथ संचयी सफलता दर बढ़ जाती है।  

कोई भी उपचार विकल्प महत्वपूर्ण होता है, जब उस उपचार के सफलता दर को जानते हैं। जैसे – आईवीएफ उपचार विकल्प की सफलता दर काफी हद तक अधिक है, और यही कारण है कि प्रजनन उपचार विकल्प के तौर पर आईवीएफ को चुनना पसंद करते हैं। हालांकि, प्रजनन उपचार की सफलता को लेकर कई कारकों पर निर्भर करता है, और मरीज की उम्र उनमें से सबसे अहम कारक है।

ये भी पढ़ें: IVF या Test Tube Baby क्या है? आईवीएफ से बच्चे कैसे पैदा होते है?

आईयूआई की सफलता दर उम्र के अनुसार(IUI success rate according to age)

जैसा कि हमने आपको ऊपर भी बताया है कि प्रजनन उपचार की सफलता काफी हद तक उम्र नामक कारक पर निर्भर करती है। इसको दूसरे तरह से समझें तो जैसे-जैसे हमारी उम्र बढ़ती जाती है, वैसे ही हमारी प्रजनन क्षमता प्रभावित होने लगती है। यानी अगर कोई महिला 30 की उम्र में मां बनना चाहती है तो सफलता की संभावना ज्यादा होती है, लेकिन अगर कोई महिला 35-38 की उम्र में मां बनना चाहती हैं तो सफलता की संभावना कम हो जाती है। आईयूआई की सफलता दर उम्र के अनुसार निम्नलिखित हैः

35 से कम उम्र की महिलाएं: सफलता दर प्रति चक्र 20% तक हो सकती है। –

35-40 आयु वर्ग की महिलाएं: सफलता दर आम तौर पर प्रति चक्र 10-15% के बीच होती है।

40 से अधिक उम्र की महिलाएं: सफलता दर प्रति चक्र लगभग 5-10% तक गिर जाती है।

बांझपन का अंतर्निहित कारण(Underlying Cause of Infertility)

आईयूआई उपचार को एक तरह से आप शुक्राणु-संबंधी उपचार भी कह सकते हैं, और इसके बारे में हमने आपको ऊपर भी बताया है, लेकिन इसके साथ ही कुछ ऐसे भी अंतर्निहित कारण हैं, जो बांझपन की समस्या के लिए जाने जाते हैं। अंतर्निहित कारण निन्मलिखित हैः

अस्पष्टीकृत बांझपन(Unexplained Infertility) – अक्सर अस्पष्ट बांझपन के मामलों में आईयूआई उपचार विकल्प का इस्तेमाल किया जाता है।

पुरुष कारक बांझपन(Male Factor Infertility) – पुरूष बांझपन कारक में आईयूआई उपचार को प्राथमिकता दी जाती है। पुरूष बांझपन कारक में इस उपचार को सबसे अहम और प्रभावी माना जाता है। सरल शब्दों में कहें तो आईयूआई उपचार विकल्प पुरूष बांझपन काफी मददगार साबित होता है।

ओव्यूलेशन विकार(Ovulation Disorders) – जिन महिलाओं को ओव्युलेशन में समस्या होती है, या फिर ओव्यूलेशन विकार वाली महिलाएं जो ओव्यूलेशन प्रेरीत दवाओं पर अच्छी प्रतिक्रिया देती हैं, उनमें आईयूआई की सफलता दर अधिक हो सकती है।

आईयूआई की सफलता को प्रभावित करने वाले कारक(Factors Influencing IUI Success)

ऐसे कई कारक मौजूद हैं जो आईयूआई उपचार विकल्प का प्रभावी बनाने का काम करते हैं।

समय(Timing) – आईयूआई उपचार का सफल रूप प्रभावी होने के लिए छति समय पर प्रक्रिया होना बेहद जरूरी है, और शायद यही वजह है कि उपचार विकल्प के लिए समय को सबसे अहम कारक के तौर पर रखा गया है। उचित समय के तौर पर ओव्यूलेशन के दौरान शुक्राणु को गर्भाशय में डाले जाने वाली प्रक्रिया को आप समयनियोजित समझ सकते हैं।

शुक्राणु गुणवत्ता(Sperm Quality) – आमतौर पर, आईयूआई उपचार विकल्प शुक्राणु संबंधी समस्या के लिए जाना जाता है, लेकिन इस उपचार के दौरान शुक्राणु गुणवत्ता अहम होता है। शुक्राणु की गुणवत्ता उचित होने का मतलब है कि गर्भावस्था की संभावना अधिक हो जाती है।

जीवनशैली कारक(Lifestyle Factors) – इसके अलावा आपकी जीवनशैली भी आईयूआई उपचार की सफलता पर निर्भर करता है। अनुशासित जीवनशैली, जैसे – स्वस्थ आहार का सेवन, नियमित व्यायाम करना, धूम्रपान से बचना, शराब का सेवन सीमित करना और तनाव कम करना सभी प्रजनन परिणामों पर सकारात्मक प्रभाव डाल सकते हैं। अगर आप संतानप्राप्ती के लिए आईवीएफ उपचार कराना चाहते हैं, तो दिल्ली में आईवीएफ लागत (IVF Cost in Delhi) आपके लिए किफायती होगा।

निष्कर्ष(Conclusion)

आईयूआई प्रजनन उपचार बहुत ही तरीकों से प्रभावी होता है, लेकिन इसको प्रभावी बनाने के लिए आपको भी मेहनत करने की जरूरत होती है। इसके साथ ही कुछ ऐसे कारक हैं जिनसे आपको उपचार के दौरान दूरी बनाए रखने की जरूरत है, जैसे – धूम्रपान से बचना, शराब का सेवन सीमित करना और तनाव में न रहना। क्योंकि इस तरह की स्थिति उपचार में सफलता की संभावनाओं को नाकारात्मक रूप से प्रभावित करने का काम करता है। अगर आप भी आईवीएफ उपचार के बारे में सोच रहे हैं तो दिल्ली में सर्वश्रेष्ठ आईवीएफ सेंटर (Best IVF center in Delhi) मददगार साबित होगा।

पूछे जाने वाले प्रश्न (FAQs)

प्र.1. प्रति चक्र आईयूआई की औसत सफलता दर क्या है?

उत्तर – देखिए, आपको बता दें कि प्रजनन उपचार की सफलता दर कई कारकों पर निर्भर करती है। आईयूआई की प्रति चक्र औसत सफलता दर 10-20% के बीच होती है। उम्र, बांझपन का कारण और कपल्स के समग्र स्वास्थ्य जैसे कारकों के आधार पर सफलता दर अलग हो सकती है।    

प्र.2. उम्र आईयूआई की सफलता दर को कैसे प्रभावित करती है?

उत्तर- आपको बता दें कि समय के साथ हमारी प्रजनन क्षमता प्रभावित होने लगती है। और आईयूआई की सफलता में उम्र एक महत्वपूर्ण कारक है। 35 वर्ष से कम उम्र की महिलाओं की सफलता दर प्रति चक्र 20%, 35-40 वर्ष की महिलाओं के लिए सफलता दर घटकर लगभग 10-15% और 40 से अधिक उम्र की महिलाओं के लिए सफलता दर घटकर लगभग 5-10% हो जाती है।

प्र.3. बांझपन के सामान्य कारण क्या हैं जिनका इलाज आईयूआई से किया जा सकता है?  

उत्तर- आईयूआई का उपयोग अक्सर अस्पष्टीकृत बांझपन, हल्के से मध्यम पुरुष कारक बांझपन (उदाहरण के लिए, कम शुक्राणु गिनती या गतिशीलता), और ओव्यूलेशन विकारों के इलाज के लिए किया जाता है। यह सर्वाइकल म्यूकस की समस्या को भी दूर कर सकता है।

प्र.4. प्रजनन संबंधी दवाएं आईयूआई की सफलता दर को कैसे प्रभावित करती हैं?   

उत्तर – प्रजनन संबंधी दवाएं अंडाशय को कई अंडे पैदा करने के लिए उत्तेजित करके आईयूआई की सफलता दर को बढ़ा सकती हैं। क्लोमीफीन साइट्रेट सफलता दर को लगभग 15-20% प्रति चक्र तक सुधार सकता है, जबकि गोनाडोट्रोपिन दर को 20-30% प्रति चक्र तक बढ़ा सकता है, हालांकि वे उच्च जोखिम के साथ आते हैं।

प्र.5. अन्य उपचारों पर विचार करने से पहले आम तौर पर कितने आईयूआई चक्रों की सिफारिश की जाती है?

उत्तर – एक सफल गर्भावस्था प्राप्त करने के लिए आईयूआई के कई चक्र (आमतौर पर 3-6) लग सकते हैं। यदि कई चक्र असफल होते हैं, तो जोड़ों को आईवीएफ जैसे अधिक उन्नत उपचारों पर विचार करने की सलाह दी जा सकती है।

Leave a Reply