मैं गुड़गांव में आईवीएफ लागत कैसे कम कर सकता हूं?/ गुड़गांव में आईवीएफ लागत को कम करने के 5 तरीके
एआरटी के उपचार विकल्पों में से आईवीएफ सबसे सफल उपचार है। आईवीएफ ने बढ़ते समय के साथ लोगों में एक उम्मीद को कायम किया है। बच्चे के अधुरे सपनों को हकिकत में बदला है, लेकिन आईवीएफ इलाज में शर्तें होती है और इन्हीं शर्तों पर इलाज की सफलता निर्भर करती है। आईवीएफ इलाज से पहले लोगों में कई तरह की शंका होती है, क्या है इलाज, कैसे किया जाता है इलाज, कबतक इसका परिणाम मिलेगा और इलाज में कितना खर्च होगा? एक कपल के तौर पर आप हमेशा सफलता और लागत को लेकर सोच-विचार करते हैं। दिल्ली के सर्वश्रेष्ठ आईवीएफ केंद्र की सफलता अच्छी है, आपको यहां इलाज, सेवा और सफलता तीनों मिलेगा।
इस उपचार के दौरान एक डॉक्टर के तौर पर मरीज की हर हरकत और लक्षण को लेकर सतर्क रहना पड़ता है। सरल भाषा में कहें तो इलाज की पूरी प्रक्रिया के दौरान डॉक्टर और मरीज के बीच समुचित निगरानी और सामंजस्य की आवश्यकता होती है। इलाज के वक्त से लेकर इलाज के बाद तक मरीज की डाइट से लेकर व्यायाम तक सबकुछ डॉक्टर की सलाह पर तय होता है। ताकी आपको इलाज का सही परिणाम मिले और बच्चे का सपना पूरा हो। इस इलाज में एक मरीज के तौर पर आपको अनुशासित होकर चलना पड़ता है।
आईवीएफ एक जटील प्रक्रिया है जिसको पूरा होने में समय लगता है। लैब में भ्रुण को तैयार करने से लेकर भ्रुण के प्रत्यारोपित होने तक की प्रक्रिया ही आईवीएफ इलाज है, और गर्भधारण करने से लेकर बच्चे को जन्म देने तक की प्रक्रिया ही आईवीएफ सफलता है। इस बात में कोई शक नहीं है कि आईवीएफ एक महंगी इलाज है, और हर कोई आईवीएफ लागत को वहन नहीं कर पाता है।
ऐसी स्थिति में इन कपल्स के सामने दो ही रास्ता होता है, या तो बच्चे के सपने को सपना ही रहने देते हैं। या फिर इलाज का कोई तरीका निकालते हैं, जैसे मैं गुड़गांव में आईवीएफ लागत कैसे कम कर सकता हूं?
कम खर्च पर आईवीएफ इलाज काफी हद तक मुमकिन है, लेकिन इसके लिए आपको कुछ कारकों पर ध्यान देना होगा और कुछ कारकों पर काम करना होगा। आमतौर पर, ऐसा माना जाता है कि अगर आप पैसा कम खर्च करेंगे तो शायद आपको सभी सुविधाओं से वंचित रहना पड़ सकता है। जो कि इस इलाज के मामले में अनुचित है और इसका सीधा असर इलाज पर पड़ सकता है। हालांकि, अच्छी खबर यह है कि ऐसे कई तरीके हैं जिससे आप इलाज प्रक्रिया और सफलता से समझौता किए बिना आप आइवीएफ लागत को कम कर सकते हैं।
आइए जानते हैं मैं गुड़गांव में आईवीएफ लागत कैसे कम कर सकता हूं?(Let us know how can I reduce IVF cost in Gurgaon?)
क्लीनिकों पर शोध करें और कीमतों की तुलना करें(Research clinics and compare prices): आईवीएफ इलाज के लिए शहर में कई आईवीएफ क्लिनिक उपलब्ध हैं। हरेक आईवीएफ सेंटर में आईवीएफ इलाज की लगात आपको अलग-अलग मिलेगी। हरेक आईवीएफ क्लिनिक, प्रदान की जाने वाली सेवा और उसकी लागत की तुलना करके अपने बजट के अनुसार चुनें।
आईवीएफ क्लिनिक चुनते हुए इलाज प्रक्रिया, सफलता दर और डॉक्टरों के अनुभव को ध्यान में रखें। हालांकि, ये सभी सुविधा आपको दिल्ली के टॉप आईवीएफ सेंटर में मिल जाएगा। इसके अलावा आप उन क्लिनिक के तरफ भी देख सकते हैं, जो आपको इलाज पर ऑफर प्रदान कर रहे हैं। इस तरह से भी आप आईवीएफ लागत को कम कर सकते हैं, और इस वक्त बेबी जॉय आईवीएफ सेंटर आपको इलाज पर छुट प्रदान कर रहा है। दिल्ली में आईवीएफ लागत (IVF Cost in Delhi) आपके लिए अर्फोडेबल रहेगा।
अपने क्षेत्र सें बाहर के क्लीनिकों पर विचार करें(Consider clinics outside your area): अगर आप इलाज के लिए आईवीएफ क्लिनिक को लेकर शोध कर रहे हैं तो अपने क्षेत्र से बाहर निकलकर देखें। पूरे भारत में हजारों की तदाद में आपको आईवीएफ क्लिनिक मिल जायेंगे, फोन करके या फिर वेबसाइट के जरीए आप क्लिनिक के बारे में जान सकते हैं। अपने तय किए मानकों के अनुसार आपको जो भी क्लिनिक उचित लगता है आप उसमें इलाज करवा सकते हैं।
क्या आपका बीमा आईवीएफ इलाज कवर करता है(Does your insurance cover IVF treatment): अगर आपने बीमा कराया हुआ है तो आपके लिए खुशखबरी है, क्योंकि स्वास्थ्य बीमा कंपनियां बांझपन उपचार की लागत का लगभग 50-70% कवर करती हैं। ऐसे में अगर आपने बीमा कराया हुआ है तो एक बार अपने बीमा प्रदाता से पता करें कि क्या आपके प्लान में बांझपन उपचार को कवर किया जाता है। इससे इलाज आपके और भी ज्यादा आसान और सुलभ हो जाएगा।
पहले से तैयार भ्रुण को चुनें(Choose pre-prepared embryos): कई सारी आईवीएफ क्लिनिक पहले से भ्रुण को तैयार करके रखते हैं। ऐसे में अगर आपको तैयार किया गया भ्रुण मिल जाता है तो बेहतर है। क्योंकि ताजा भ्रुण तैयार करने में समय लगता है, और महंगा भी पड़ता है।
हार्मोनल असंतुलन पर ध्यान दें(Pay attention to hormonal imbalance): आईवीएफ इलाज से पहले मरीज की जांच होती है और उस रिपोर्ट के अनुसार इलाज तय होता है। अगर आप में हार्मोन्स की कमी या असंतुलित होती है तो क्लिनिक हार्मोन्स को बढ़ाने के लिए दवाओं का इस्तेमाल करती है, और इससे इलाज की लागत बढ़ती है।
निष्कर्ष
गुड़गांव में आईवीएफ लागत को कम करने के लिए, सभी क्लिनिक को लेकर शोद करें और उनके लागत की तुलना करें। इसके अलावा अपने क्षेत्र से बाहर भी क्लिनिक देख सकते हैं, अगर आपका बीमा प्लान आईवीएफ लागत को कवर करता है, तैयार किए गए भ्रुण को ही चुनें और हार्मोन असंतुलन पर भी ध्यान दें। इन सभी कदमों के बाद, उचित सेवा और सफलता चांस से समझौता किए बिना कम लागत पर भी आईवीएफ इलाज मुमकिन है।
पूछे जाने वाले प्रश्न (FAQs)
प्र.1. आईवीएफ इतना महंगा क्यों है??
उत्तर- आईवीएफ उपचार आम बीमारीयों की तरह सिर्फ एक इलाज नहीं है। आप इसे एक कॉर्सपैक की तरह समझ सकते हैं, जिसमें मल्टीपल कॉर्स मिलता है लेकिन महंगा भी होता है। आईवीएफ इलाज में परामर्श शुल्क, नैदानिक परीक्षण, दवाएं, अल्ट्रासाउंड निगरानी, आईवीएफ प्रक्रिया, प्रयोगशाला शुल्क और भ्रूण स्थानांतरण जैसी प्रक्रियाएं शामिल होती है।
प्र.2. क्या आईवीएफ का सस्ता विकल्प है??
उत्तर- आईवीएफ के जगह आप आईयूआई(IUI) इलाज के साथ जा सकते हैं, लेकिन इस उपचार की प्रक्रिया अलग और जटिल भी है। जब आप ओव्यूलेट करती हैं तो डॉक्टर शुक्राणु को आपके गर्भाशय में रखते हैं, ना की अंडे में। ऐसी स्थिति में ओव्यूलेशन को गति देने के लिए आपको दवाएं लेनी पड़ सकती है। इस बात में कोई शक नहीं है कि आईयूआई इलाज कम महंगा और सरल है आईवीएफ की तुलना में लेकिन इस उपचार में गर्भावस्था चांस कम है।
प्र.3. क्या आईवीएफ का बीमा में दावा किया जा सकता है?
उत्तर- – स्वास्थ्य बीमा कंपनियां बांझपन उपचार को कवर करते हैं। अगर आपके बीमा प्लान में आईवीएफ इलाज का कवरेज है तो आप इलाज के लिए दावा कर सकते हैं।
प्र.4. मैं गुड़गांव में आईवीएफ लागत कैसे कम कर सकता हूं?
उत्तर- इसके लिए आपको कुछ कारकों पर ध्यान देना होगा, जिससे आपके लिए आईवीएफ लागत कम हो सकती है। अपने आसपास सभी आईवीएफ क्लिनिक और उनके लागत को लेकर शोध करें और अपने बीमा प्लान में आईवीएफ कवरेज का पता करें। इस तरह से आप गुड़गांव में आईवीएफ लागत को कम कर सकते हैं।
प्र.5. गर्भवती होने के लिए आईवीएफ के कितने चक्र?
उत्तर- अधिकांश जोड़ों को गर्भधारण से पहले दो से तीन आईवीएफ चक्रों से गुजरना पड़ता है। कभी-कभी, महिलाएं आईवीएफ प्रक्रिया को बहुत पहले ही छोड़ देती हैं, जैसे कि केवल दो या तीन चक्रों के बाद।