आईवीएफ केंद्र गुड़गांव

क्या 50 वर्ष के बाद आईवीएफ उपचार संभव है? (Is IVF treatment possible after 50 years?)

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संतानप्राप्ती के मामले में आईवीएफ उपचार मेडिकल क्षेत्र में उदय होते हुए सुरज की तरह है, जो सिर्फ अंधकार को ही दूर नहीं करता है, बल्कि लोगों में एक नई उम्मीद को भी जन्म देता है। गुड़गांव में शीर्ष आईवीएफ केंद्र(Top IVF centre in Gurgaon) बताते हैं कि ऐसे में कपल्स का सवाल होता है कि क्या 50 वर्ष के बाद आईवीएफ उपचार संभव है? हालांकि, 50 वर्ष की आयु के बाद आईवीएफ संभव है या नहीं, यह सवाल जटिल है, जिसमें चिकित्सा, नैतिक और कानूनी विचार शामिल हैं। कुछ लोगों का ऐसा मानना है कि आईवीएफ अधिक उम्र के कपल्स के लिए है, लेकिन लोगों का यह एक रूढ़िबद्ध धारणा है।

इस लेख में आप जानेंगे कि क्या 50 वर्ष के बाद आईवीएफ उपचार संभव है?

आईवीएफ और इसकी प्रक्रिया को समझना(Understanding IVF and Its Process)

गुड़गांव में आईवीएफ सेंटर(IVF centre in Gurgaon) के अनुसार आईवीएफ प्रजनन चिकित्सा के क्षेत्र में क्रांति की तरह रही है, जिसने अभी तक बांझपन से जूझ रहे लाखों व्यक्तियों और कपल्स को संतान का सुख प्रदान किया है। डिम्बग्रंथी को उत्तेजित करने से लेकर भ्रूण को स्थानांतरित करने तक की प्रक्रिया ही आईवीएफ उपचार कहलाती है। लेकिन यह उपचार इतना भी सरल नहीं है, इसमें संतानप्राप्ती को सफल बनाने के लिए कई तरह के उपायों को शामिल किया जाता है।

गुड़गांव में टेस्ट ट्यूब बेबी सेंटर(Test tube Baby center in Gurgaon) बताते हैं कि आईवीएफ चिकित्सा प्रक्रिया के तहत शरीर के बाहर प्रयोगशाला में शुक्राणु द्वारा अंडों को निषेचित करके, परिणामी भ्रूण को गर्भाशय में प्रत्यारोपित किया जाता है। ताकी गर्भावस्था मुमकिन हो, इस तकनीक का उपयोग अक्सर अवरुद्ध फैलोपियन ट्यूब, पुरुष बांझपन या उन्नत मातृ आयु जैसे अंतर्निहीत स्थितियों में किया जाता है। हालांकि, आईवीएफ की सफलता विभिन्न कारकों पर निर्भर करती है, जैसे – महिला की उम्र, अंडों और शुक्राणुओं की गुणवत्ता और प्रक्रिया से गुजरने वाले व्यक्ति का समग्र स्वास्थ्य शामिल है।

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आयु और प्रजनन क्षमता(Age and Fertility)

गुड़गांव में सर्वश्रेष्ठ आईवीएफ क्लिनिक(Best IVF Clinic in Gurgaon) का मानना है कि आईवीएफ उपचार के मामले ऐसा नहीं कहा जा सकता है कि उपचार में सफलता के लिए उम्र एक अहम कारक है। लेकिन आईवीएफ उपचार के लिए उम्र एक प्रभावी कारकों में से एक है, क्योंकि बढ़ते समय के साथ हमारी प्रजनन क्षमता प्रभावित होने लगती है। और यही वजह है कि प्रजनन क्षमता में आयु एक महत्वपूर्ण कारक है।

जब कोई महिला 50 की उम्र तक पहुंचती है, तो डिम्बग्रंथि आरक्षित कम होने और अंडों में गुणसूत्र संबंधी असामान्यताओं की संभावना बढ़ने के कारण प्राकृतिक गर्भाधान बहुत दुर्लभ हो जाता है। 50 से अधिक उम्र की महिलाओं के लिए, अपने स्वयं के अंडों का उपयोग करके गर्भधारण करने की संभावना बहुत कम होती है।

चिकित्सा संबंधी विचार(Medical Considerations)

गुड़गांव में आईवीएफ क्लिनिक(IVF Clinic in Gurgaon) का मानना है कि यदि आप 50 की उम्र में मां बनना चाहती हैं, तो आपको कुछ चुनिंदा कारकों को कंसीडर करने की जरूरत है। आईवीएफ उपचार से पहले आपकी अंतर्निहीत स्वास्थ्य स्थिति के बारे में पता होना जरूरी होता है, और इसके अनुसार ही उपचार को डिजाइन किया जाता है।

स्वास्थ्य जोखिम(Health Risks)गुड़गांव में शीर्ष आईवीएफ केंद्र(Top IVF centre in Gurgaon) का मानना है कि 50 वर्ष की आयु के बाद गर्भधारण करने से मां और बच्चे दोनों के लिए स्वास्थ्य संबंधी महत्वपूर्ण जोखिम हो सकते हैं। अत्यधिक उम्र में मातृत्व का प्राप्त करना किसी अग्निपरिक्षा से कम नहीं है, इस दौरान एक महिला अत्यधिक वजन जैसी बदलाव में  प्रवेश कर जाती हैं। जो गर्भपात जैसी समस्या का भी डर बना रहता है।

अंडा दान(Egg Donation)गुड़गांव में आईवीएफ क्लिनिक(IVF Clinic in Gurgaon) बताते हैं कि जब कोई महिला 50 की उम्र में मातृत्व को प्राप्त करना चाहती हैं, तो उन्हें अंडा दान का सहारा लेने के लिए सलाह दी जाती है। क्योंकि उम्र के इस पड़ाव तक एक महिला मेनोपॉज में प्रवेश कर जाती है, और कंसीव कर पाना नामुमकिन हो जाता है।

हार्मोनल सहायता(Hormonal Support)गुड़गांव में सर्वश्रेष्ठ आईवीएफ क्लिनिक(Best IVF Clinic in Gurgaon) के अनुसार अधिक उम्र में मातृत्व को प्राप्त करने, और गर्भावस्था को बनाए रखने के लिए हार्मोनल सहायता आवश्यक है। अधिक उम्र की महिलाओं के गर्भाशय को प्रत्यारोपण के लिए तैयार करने और गर्भावस्था को बनाए रखने के लिए व्यापक हार्मोनल सहायता की आवश्यकता हो सकती है।

जांच और निगरानी(Screening and Monitoring)गुड़गांव में शीर्ष आईवीएफ केंद्र(Top IVF centre in Gurgaon) बताते हैं कि आईवीएफ से गुजरने वाली 50 वर्ष से अधिक उम्र की महिलाओं के लिए उनकी सुरक्षा और बच्चे के स्वास्थ्य को सुनिश्चित करने के लिए व्यापक चिकित्सा जांच और करीबी निगरानी आवश्यक है। इस वक्त पर निगरानी काफी अहम हो जाता है, क्योंकि छोटी-सी चुक उपचार को जटिल बनाता है।

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सफलता दर और विकल्प(Success Rates and Alternatives)

गुड़गांव में आईवीएफ लागत(IVF cost in Gurgaon) के अनुसार आईवीएफ उपचार की सफलता दर मरीज की बढ़ती उम्र के साथ कम होने लगती है। बात करें 50 की उम्र में गर्भावस्था की तो आपको एग डोनर की सहायता ही इसे मुमकिन बना सकती है। डोनर अंडे का इस्तेमाल करने से सफलता की संभावना काफी हद तक बढ़ जाती है, लेकिन यह कोई गारंटी नहीं है। व्यक्तियों के लिए यथार्थवादी अपेक्षाएं रखना और अगर आईवीएफ संभव नहीं है, तो गोद लेने या सरोगेसी जैसे वैकल्पिक विकल्पों पर विचार करना महत्वपूर्ण है।

हालांकि, गोद लेने और सरोगेसी जैसे विकल्प आपको संतानप्राप्ती का सुख प्रदान तो करते हैं, लेकिन इसमें बायोलॉजिकल एंगल एक सवाल की तरह होता है। आपको ऊपर भी बताया गया है कि आईवीएफ उपचार के मामले में उम्र एक अहम कारक होता है।

निष्कर्ष(Conclusion)

ऐसा नहीं कहा जा सकता है कि 50 की उम्र में आईवीएफ इलाज उचित या मुमकिन नहीं है, लेकिन आपको यह भी समझना होगा कि बढ़ती उम्र के साथ आईवीएफ उपचार की सफलता दर काफी कम होती है। 50 की उम्र में मां बनने की चाहत एक साहसिक कदम है, लेकिन इस दौरान आने वाले चुनौतियों को भी कंसीडर करना होगा। इस आयु वर्ग की महिलाओं को अपने विकल्पों का गहन मूल्यांकन करने और उचित निर्णय लेने के लिए अनुभवी प्रजनन विशेषज्ञों से परामर्श करना चाहिए। प्रजनन तकनीक में प्रगति संभव की सीमाओं को आगे बढ़ाती रहती है, जिससे अस्पष्ट बांझपन से ग्रसित कपल्स के लिए संतानप्राप्ती को मुमकिन किया जा सके।

पूछे जाने वाले प्रश्न (FAQs)

प्र.1. आईवीएफ के लिए अधिकतम आयु सीमा क्या है?

उत्तर – आईवीएफ के लिए अधिकतम कानूनी आयु सीमा की बात करें तो एक महिला 21-50 की उम्र तक प्रजनन उपचार का सहारा ले सकती हैं, और पुरूषों के आयु सीमा 21 से 55 वर्ष होता है।

प्र.2. 50 वर्ष से अधिक उम्र में आईवीएफ की सफलता दर क्या है?

उत्तर – आपको बता दें कि आईवीएफ उपचार के लिए कहा जाता है कि जितनी अधिक उम्र, उतनी ही कम सफलता। 50 वर्ष की उम्र में आईवीएफ की सफलता दर कि बात करें तो अध्ययनो में पाया गया है कि 45.5% की गर्भावस्था दर तथा 37.2% की जीवित जन्म दर प्राप्त की गई।  

प्र.3. क्या 55 वर्षीय महिला आईवीएफ के माध्यम से गर्भवती हो सकती है?

उत्तर – दरअसल, किसी भी महिला को 43 की उम्र के बाद आईवीएफ की सलाह नहीं दी जाती है, अगर उसका खुद का अंडा उत्पादन नहीं कर सकती है। अगर आप 55 की उम्र में संतानप्राप्ती चाहती हैं तो आपको एग डोनर का सहारा लेना पड़ सकता है।    

प्र.4. आईवीएफ के लिए कौन पात्र नहीं है?

उत्तर – अध्ययनों में पाया गया है कि 37 वर्ष से अधिक उम्र की महिलाओं को आईवीएफ को लेकर विचार गलत हो सकता है। क्योंकि बढ़ती उम्र के साथ प्रजनन क्षमता भी प्रभावित होने लगती है, और अधिक उम्र में मातृत्व को प्राप्त करने लिए कई तरह से समस्याओं से भी जुझना पड़ता है।  

प्र.5. क्या आप 53 वर्ष की उम्र में गलती से गर्भवती हो सकती हैं?

उत्तर – इस बात में कोई शक नहीं है कि आप 53 वर्ष की उम्र में गलती से गर्भवती हो सकती हैं। हालांकि, यह बहुत ही दुर्लभ रूप से देखने के लिए मिलता है, क्योंकि इस उम्र तक प्रजनन क्षमता लगभग प्रभावित हो चुकी होती है, ज्यादातर महिला मेनोपॉज में प्रवेश कर जाती हैं।

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